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Monday, 19 September 2011

मेरी टिप्पणियां -- इस सप्ताह -4

"मुक़द्दस टोपी"





(१)
मोदी  टोपी  पहनते, क्या खो  जाता तोर ??
सेक्युलर का काला हृदय, खिट-पिट करता और |


खिट-पिट करता और, उतरती  उनकी टोपी |
वोट  बैंक  की  नीत,   बघेला   बेहद   कोपी |


कटते हिन्दू वोट, देख कर हरकत भोंदी |

घंटा  बढ़ते  और, समर्थक  मुस्लिम  मोदी ||
(२)
कट्टर हिन्दू-मुसल्मा, हैं औरन से नीक |
इंसानियत उसूल है, नहीं छोड़ते लीक |
नहीं छोड़ते लीक, नहीं थाली के बैगन |
लुढ़क गए उस ओर, जिधर जो जमते जन-गन |
मोदी तुझे सलाम, कहीं न तेरा टक्कर |
 मूरत अस्वीकार, करे मुस्लिम भी कट्टर ||
(3)
पहन मुक़द्दस टोपियाँ, बड़ी-बड़ी सरकार |
लालू शरद मुलायमी, काँग्रेस - आधार |

काँग्रेस - आधार , पहन कर टोपी सुन्दर |
बेडा अपना पार, करें ये मस्त कलन्दर |

पर मौलाना सोच, बड़े ये भारी सरकस |
कितना की उपकार, टोपियाँ पहन मुक़द्दस ||

'मेरी गुड़िया' -डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
पढना लिखना तनिक न आये |
गुड़िया  तो  बुढ़िया  हो  जाए ||
जायेगी ससुराल सास को --
पढना लिखना कौन सिखाये ??
सीख फटाफट ए बी सी डी-
गिनती-टेबुल  जोड़  घटाए--
नीति नियम गुरुजन का आदर-
ज्ञान पाय विज्ञान पढाये ||
कम्पूटर इंटरनेट ब्लोगिंग-
दुनिया को सद-राह दिखाए ||
भोली गुड़िया प्यारी गुड़िया
प्यारी बन सबको हरसाए ||

 

न जाओ सैंया,छुड़ा के बैंया !

दीपक  बाबा  हैं  सखे, काहे  चिंता  खाय |
लोग  टिप्पणी  छानते, करकट रहे बराय |

करकट  रहे  बराय, उन्हीं  की  मर्जी  बाबू,
मनमाफिक तो ठीक, नहीं तो करते काबू |

तब भी दिल की चोट, करे बेमतलब बक-बक |
अन्तर कर उजियार, जलाते रहिये दीपक ||

3 comments:

  1. बिल्कुल -जलाते रहिये दीपक !

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  2. पहन मुक़द्दस टोपियाँ, बड़ी-बड़ी सरकार |
    लालू शरद मुलायमी, काँग्रेस - आधार |
    मोदी तुझे सलाम, कहीं न तेरा टक्कर |
    मूरत अस्वीकार, करे मुस्लिम भी कट्टर ||
    विशेष आभार इस समसामयिक पोस्ट के लिए .किरण बेदी से लगता है आपने आईएना छीन लिया है .,कहाँ बिला गये विशेष अधिकार हनन वाले ?

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  3. तदानुभूति कराती बे -मिसाल रचना .बहुत खूब सूरत समसामयिक प्रस्तुतियां रविकर जी की ,नित हौसला अफजाई का शुक्रिया .

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